अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी हजारों की भीड़, भक्तों में शोक की लहर
रबूपुरा। क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध ढाकें वाले मंदिर पर वर्षो से सेवा कर रहे 105 वर्षीय महन्त के पंचतत्व में विलीन होने से क्षेत्रीय भक्तों में शोक की लहर दौड़ गई है। सूचना पर अंतिम दर्शन के लिए आस-पास से दर्जनों गांवों से हजारों की संख्या में लोग पहुंचे तथा गमगीन माहौल में गुरूवार दोपहर उनका अंतिम संस्कार किया गया। लोगों के मुताबिक मूलरूप से कानपुर देहात के रहने वाले श्री-श्री 108 रामदास जी महाराज पिछले करीब 17 वर्षों से गांव रूस्तपुर के समीप ढ़ाके वाले मंदिर रहकर हरिभजन में लौलीन रहते थे। जिन्होंने ग्रामीणों के सहयोग से मंदिर परिसर का काफी निमार्ण कराया तथा वो अत्यंत मिलनसार एवं समाज सेवी स्वभाव के व्यक्ति थे। जिसके चलते वह हजारों की संख्या में उनके भक्त थे। बताया जाता है ऐसी कड़ाके की सर्दी के दौरान भी वह अर्धनग्न ही रहते थे तथा जमीन पर ही बिछौना होता था। नित प्रतिदिन विधि विधान से पूजा अर्चना व लोगों के साथ मिलकर हरि गुनगान उनकी कार्यशैली में शुमार था। जोकि हरि इच्छा से गुरूवार रात पंचतत्व में विलीन हो गये। उनके निधन से भक्तों में गमगीन माहौल है तथा अंतिम दर्शन के लिए रूस्तमपुर, मिर्जापुर, रबूपुरा, रौनीजा समेत दर्जनों गांव से भक्तों की भीड़ उमड़ी थी।